बिलासपुर 10 जून - गुजराती जैन समाज में आज का दिवस सोने से भी महंगा रहा क्योंकि हमारे पुण्य का उदय हुआ और हमारे यहां समणी निर्देशिका श्री विपुल प्रज्ञा जी (गुजराती साध्वी जी) एवं समणी श्री आदर्श प्रज्ञा जी सोमवार को श्रीकांत वर्मा मार्ग से जैन भवन टिकरापारा बिलासपुर पधारे।
दोनों समणी साध्वी जी का जैन भवन में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया, उसके पश्चात साध्वी जी द्वारा सुबह 9:00 बजे से 10:00 बजे तक प्रवचन का कार्यक्रम किया गया।
प्रवचन में साध्वी जी के द्वारा बताया गया कि इस काल के बाद जो आने वाला काल है। वह बहुत ही कठिन काल रहेगा उस काल में जीवन यापन करना बहुत ही कठिन एवं दर्दकारक रहेगा। मनुष्य एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाएंगे, कोई किसी के भलाई का नहीं सोचेगा, मनुष्य एक दूसरे को मार काट के अपना भोजन बनाएंगे। ऐसे काल में यदि जीवन यापन नहीं करना है तो आज के समय में धर्म को ही अपना जीवन बनाना पड़ेगा, लोभ माया का त्याग करके अपने जीवन का अधिक समय धर्म ध्यान में लगाना होगा जिससे कि मनुष्य को मोक्ष प्राप्त हो सके।
कल तारीख 11/06/2024 को समणी साध्वी जी द्वारा भक्तामर स्तोत्र का अनुष्ठान बहुत ही भव्य रूप में किया जा रहा है, जिससे मनुष्य के रोगों की एवं सर्व व्याधि विनाशक साबित होगा, यह अनुष्ठान समस्त मानव जीवन में बहुत ही प्रभावकारी रहता है इसलिए अधिक से अधिक संख्या में श्रावक श्राविकाएं उपस्थित होकर धर्म लाभ ले।
समाज के अध्यक्ष भगवानदास भाई सुतारिया ने सभी समाज के सम्माननीय गण से जैन भवन मे आवश्यक रूप से अपनी उपस्थिति जरूर सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। एवम सपरिवार पधार कर धर्मलाभ लेवें।
आज के कार्यक्रम में समाज के अध्यक्ष भगवान दास सुतारिया, सुरेंद्र मालू, इंदर चंद बैधमुथा, कीर्ति गांधी, नरेंद्र तेजानी, प्रवीण दामानी, गोपाल वेलानी, मनीष शाह, राजू तेजानी, पारुल सुतारिया, उर्मिला तेजानी, हेमा तेजानी, भावना गांधी, स्मिता सुतारिय, दीपा सुतारिया एवं तेरापंथ समाज के और श्री दक्षा श्रीमाली स्थानकवासी समाज के सभी गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।